क्या हम आज़ादी का मतलब जानते हैं
क्या हम खुद को पहचानते हैं
इन खुदगर्जों को दुनिया में
एक छोटी सी शुरुआत करो
खुदको जानने की औरों को पहचानने की एक पहल करो
देखोगे तो पाओगे हर शक्श यहाँ पे हीरा है
मजहब से ऊपर निकलोगे तो पाओगे
उस दिल की भी तो वही पीड़ा है
इंसानियत को बनालो पेशा तुम
खुशियां बांटो और देखो ये दुनिया एक हसीन बसेरा है |
~ इक्कुमपाल
क्या हम खुद को पहचानते हैं
इन खुदगर्जों को दुनिया में
एक छोटी सी शुरुआत करो
खुदको जानने की औरों को पहचानने की एक पहल करो
देखोगे तो पाओगे हर शक्श यहाँ पे हीरा है
मजहब से ऊपर निकलोगे तो पाओगे
उस दिल की भी तो वही पीड़ा है
इंसानियत को बनालो पेशा तुम
खुशियां बांटो और देखो ये दुनिया एक हसीन बसेरा है |
~ इक्कुमपाल
क्या बात है!
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